संपूर्ण कुम्भो न करोति शब्दं अर्धघटो घोषमुपैति नूनं। विद्वान कुलीनो न करोति गर्वं गुणैर्विहीनो बहु जल्पयन्ति
अर्थात :- एक आधा भरा घड़ा हमेशा जोर से आवाज बनाता है, जबकि पानी से भरा एक घड़ा, किसी भी ध्वनि पैदा नहीं करता है। जैसे विद्वान व्यक्ति कभी अपनी उपलब्धियों पर बड़ाई नहीं करता और गुणहीन व्यक्ति हमेशा अपनी उपलब्धियों पर गर्व प्रदर्शित करता है |
V. Nice...
ReplyDeleteGood job.
Good
ReplyDeleteअति सुंदर विचार
ReplyDeleteअन्य सुभाषित अपि प्रेषयतु कृपया
ReplyDeleteIt,
ReplyDeleteHelps me a lot in my Sanskrit exam..
Keep going
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